हृदय रोग आज दुनिया भर में मौत का एक प्रमुख कारण बन चुका है। भारत में हर साल लगभग 35 लाख लोग हार्ट अटैक से मरते हैं, यानी हर 10 सेकंड में एक व्यक्ति की जान जाती है। इतनी भयावह स्थिति के बावजूद, लोगों को हृदय रोग के बारे में सही जानकारी नहीं है। क्या आप जानते हैं कि हार्ट अटैक आने से पहले क्या संकेत मिलते हैं? क्या आपका दैनिक आहार और जीवनशैली आपके दिल के लिए खतरा बन सकती है? आइए, विस्तार से समझते हैं।
हार्ट अटैक कैसे होता है?
हमारा हृदय पूरे शरीर में रक्त पंप करता है, जिससे ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति होती है। हृदय को भी खून की जरूरत होती है, जो कोरोनरी आर्टरी (हृदय की धमनियों) के जरिए पहुँचता है। जब इन धमनियों में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड जमा हो जाते हैं, तो रक्त प्रवाह बाधित होता है।
- 50-70% ब्लॉकेज: चलने-फिरने या सीढ़ियाँ चढ़ने पर सीने में दर्द या सांस फूलने लगती है।
- 80-90% ब्लॉकेज: छोटी-सी गतिविधि में भी तकलीफ होती है।
- 100% ब्लॉकेज: हार्ट अटैक आता है, जिससे हृदय का एक हिस्सा काम करना बंद कर देता है।
हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं?
अक्सर लोगों को लगता है कि हार्ट अटैक अचानक आता है, लेकिन यह 10-15 साल में धीरे-धीरे विकसित होता है। कुछ प्रमुख लक्षण हैं:
- सीने में दबाव या जकड़न महसूस होना
- बाएँ हाथ, गर्दन या जबड़े में दर्द
- सांस लेने में तकलीफ
- पसीना आना, चक्कर आना या उल्टी जैसा महसूस होना
हार्ट अटैक का खतरा किन्हें ज्यादा होता है?
- नॉनवेज और डेयरी उत्पाद: नॉनवेज (मांस, अंडे) और दूध से बने उत्पाद (घी, पनीर, दही) में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड अधिक होते हैं, जो धमनियों को ब्लॉक करते हैं।
- तेल और फास्ट फूड: रिफाइंड तेल, तली-भुनी चीजें और जंक फूड हृदय के लिए हानिकारक हैं।
- मधुमेह और उच्च रक्तचाप: ये बीमारियाँ हृदय रोग के खतरे को बढ़ाती हैं।
- तनाव और धूम्रपान: स्ट्रेस और स्मोकिंग भी हार्ट अटैक के प्रमुख कारण हैं।
हार्ट अटैक से बचाव कैसे करें?
1. सही टेस्ट करवाएँ
ईसीजी और सामान्य ब्लड टेस्ट हृदय रोग का पता नहीं लगा सकते। सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी एक उन्नत जाँच है, जो 5 मिनट में धमनियों की स्थिति बता देती है। यह टेस्ट 5,000-10,000 रुपये में होता है और इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।
2. खान-पान में सुधार करें
- नॉनवेज और दूध कम करें: वेजिटेरियन डाइट अपनाएँ।
- तेल और घी कम खाएँ: जितना हो सके, ऑयल-फ्री खाना बनाएँ।
- फल और सब्जियाँ खाएँ: ये कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं।
3. नियमित व्यायाम करें
रोजाना 30 मिनट की वॉक या योग करें। शारीरिक गतिविधि हृदय को स्वस्थ रखती है।
4. तनाव कम करें
ध्यान (मेडिटेशन) और पर्याप्त नींद लें। तनाव हृदय रोग का एक बड़ा कारण है।
निष्कर्ष: जागरूकता ही बचाव है
हार्ट अटैक से बचने के लिए सही जानकारी और स्वस्थ जीवनशैली जरूरी है। अगर आप या आपके परिवार में किसी को भी सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ या थकान महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। हृदय स्वास्थ्य को नजरअंदाज न करें, क्योंकि एक छोटी सी लापरवाही जानलेवा हो सकती है।
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परवीन ठाकुर एक अनुभवी पेशेवर लेखक और पत्रकार हैं, जिन्हें डिजिटल और प्रिंट मीडिया में काम करने का व्यापक अनुभव है। अपनी गहन विश्लेषणात्मक दृष्टि और रोचक लेखन शैली के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने एनडीटीवी, ज़ी न्यूज़, आज तक, एबीपी न्यूज़, टेकहारी और गोलाब न्यूज़ जैसे प्रमुख समाचार प्लेटफॉर्म्स के लिए लेख लिखे हैं।
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